किस्मत के हाथों दगा खा गईं ये हस्तियां… जब हवाई हादसों ने छीने राष्ट्रपति, जनरल, क्रिकेटर और लीडर

ईरान के राष्ट्रपति रईसी के हेलिकॉप्टर हादसे ने दुनिया को स्तब्ध कर दिया है. ईरान तो गहरे शोक में डूबा है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि हवाई हादसे में एक चमकता सितारा अस्त हो गया हो. भारत के पहले सीडीएस बिपिन रावत रहे या फिर क्रिकेट स्टार हैंसी कोनिए, या फिर चिली के पूर्व राष्ट्रपति पिनेरा, ऐसे कई मौके आए जब मनहूस दुर्घटनाओं ने असमय ही लोगों की जान ले ली.

हवाई हादसे ने खत्म कर दी कीमती जिंदगियां. (फाइल फोटो)

हवाई हादसे ने खत्म कर दी कीमती जिंदगियां. (फाइल फोटो)

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की असामयिक मौत से दुनिया स्तब्ध है. 63 साल के रईसी ईरान की सत्ता में वरिष्ठता के क्रम में दूसरे नंबर पर थे. रईसी का निधन तब हुआ जब उनका हेलिकॉप्टर तेहरान से करीब 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान प्रांत की सीमा पर जोल्फा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

हादसे की वजह खराब मौसम को बताया गया है. इस हादसे में राष्ट्रपति रईसी के अलावा विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम की भी मौत हो गई है. इस खबर से पूरा ईरान शोक में डूबा हुआ है.

ऐसा पहली बार नहीं है जब एयर क्रैश में किसी वीवीआईपी हस्ती की मौत हुई हो. कई बार ऐसे मौके आए जब दुनिया ने हेलिकॉप्टर और प्लेन दुर्घटना में मारे गये नामों को सुना और चकित रह गई. निजी जीवन में काफी सफल रही ये हस्तियां किस्मत के हाथों दगा खा गईं. भारत के सीडीएस रहे बिपिन रावत का असमय चला जाना भला कौन भूल सकता है. संजय गांधी की मौत कितनी दुखद रही है. पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह जिया उल हक की मौत भी लोगों को हैरान कर गई. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोनिए की मृत्यु तो लोगों पर वज्रपात बनकर गिरी.

किस्मत के हाथों दगा खाने वाले इस लिस्ट में शुमार नामों कहानी एक दर्दनाक वृतांत है.

जनरल की आखिरी सवारी

हेलिकॉप्टर हादसों की जब बात होती है तो भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ रहे जनरल बिपिन रावत का नाम बरबस ही दिमाग में कौंध जाता है.  8 दिसंबर 2021 की उस मनहूस दोपहर को जब तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में एक हेलिकॉप्टर क्रैश की खबर टीवी स्क्रीन पर फ्लैश हुई तो किसी ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी. लेकिन कुछ ही मिनटों में ये खबर बिग ब्रेकिंग न्यूज हो गई. जानकारी आई कि इस हेलिकॉप्टर में भारत के तत्कालीन सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी समेत सवार थे.

तुरंत ही तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे. जानकारी मिली कि भारतीय वायु सेना का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर सुलुर के आर्मी बेस से निकला था. ये हेलिकॉप्टर जनरल रावत को लेकर वेलिंगटन सैन्य ठिकाने की ओर बढ़ रहा था. तभी नीलगिरी के जंगलों में खराब मौसम की वजह से उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. कुछ ही देर में सरकार ने पुष्टि कर दी कि इस हादस में बिपिन रावत नहीं रहे. दुखद ये रहा कि इसी दुर्घटना में उनकी पत्नी मधुलिका रावत का भी निधन हो गया. इस दुर्घटना में कुल 14 लोग सवार थे. जहां हादसा हुआ था वहां काफी घने जंगल थे.

संजय गांधी की जानलेवा एक्रोबैटिक फ्लाइट!

भारत में हुए हवाई हादसों में वो दुर्घटना गांधी परिवार को जीवन भर का जख्म दे गई. हम बात कर रहे हैं दिल्ली में हुए उस हादसे की जिसने देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से उनका बेटा संजय गांधी छिन लिया. 23 जून 1980 की उस घटना ने देश को शोक में डूबो दिया. उस रोज संजय गांधी उस रोज टू-सीटर प्लेन पीट्स-S2A को उड़ा रहे थे.यह हादसा दिल्ली के सफदरगंज हवाई अड्डे के पास हुआ था जहां संजय गांधी विमान के साथ कलाबाजियां कर रहे थे. इसी दौरान विमान से उनका कंट्रोल खत्म हो गया और पलक झपके ही ये प्लेन जमीन पर आग की लपटों में गिरा था. संजय उस समय मात्र 33 साल के थे.

हादसे में जान गंवा बैठे जिया उल हक 

हवाई दुर्घटनाओं की सूची में पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह जनरल जिया उल हक भी नाम आता है. तख्तापलट कर जुल्फीकार अली भुट्टो से पाकिस्तान की राजनीतिक ताकत छीनने वाले जनरल जिया उल हक जीवन भर विवादित रहे. रहस्य और विवाद ने मौत के बाद भी उनका पीछा नहीं छोड़ा. 17 अगस्त 1988 को जिया उल हक बहावलपुर में अमेरिकी टैंक का डेमो देखने पहुंचे थे. मौसम साफ साफ था.

बहावलपुर में कार्यक्रम निपटाकर जनरल जिया उल हक ने इस्लामाबाद के लिए उड़ान भरी. वे  C-130B हरक्यूलस एयरक्राफ्ट पर सवाल थे. विमान ने 3 बजकर 46 मिनट पर इस्लामाबाद के लिए उड़ान भरी. टेकऑफ स्मूथ था. लेकिन कुछ ही सेकेंडों में विमान का कंट्रोल टॉवर से संपर्क टूट गया. चश्मदीद बताते है कि विमान हवा में कलाबाजियां कर रहा था. उड़ान के बमुश्किल 5 मिनट बाद ही विमान बहावलपुर से कुछ ही दूर जमीन पर गिर गया. तेज धमाका हुआ और जनरल जिया सहित विमान में सवार सभी 31 लोग मारे गए.

एक कप्तान का यूं चला जाना

साउथ अफ्रीका के पूर्व क्रिकेट कप्तान हैंसी क्रोनिए एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी के दुखद अंत की कहानी है. क्रोनिए दक्षिण अफ्रीका के सफलतम कप्तानों में से एक माने जाते हैं. लेकिन एक बार जो उनका नाम मैच फिक्सिंग में आया फिर मानो किस्मत ही उनसे रुठ गई. साल 2000 में अपनी दुर्भाग्यपूर्ण मौत से 2 साल पहले हैंसी क्रोनिए ने मैच फिक्सिंग की बात कबूल की थी. इसके बाद उन पर लाइफ टाइम बैन लगा दिया गया. क्रोनिए ने माना था कि उन्होंने मैच फिक्स करने के लिए एक भारतीय सटोरिए से पैसे लिए थे.

1 जून 2002 को, जोहान्सबर्ग से जॉर्ज के लिए क्रोनिए की निर्धारित उड़ान कुछ वजहों से रुक गई थी. इसके बाद उन्होंने हॉकर सिडली एचएस 748 टर्बोप्रॉप विमान में सिंगल पैसेंजर  के रूप में यात्रा शुरू की. जॉर्ज हवाई अड्डे के पास बादलों के बीच पायलट का विमान पर से कंट्रोल खत्म हो गया. पायलट ने लैंडिंग करनी चाही लेकिन सफल नहीं हुआ.

इसी दौरान चक्कर लगाते समय विमान हवाई अड्डे के उत्तर-पूर्व में आउटेनिक्वा पर्वत में क्रैडॉक पीक के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में 32 साल के क्रोनिए और दो पायलट की मौत हो गई.

खुद उड़ा रहे थे हेलिकॉप्टर जब इस पूर्व राष्ट्रपति की हुई थी मौत

हेलिकॉप्टर हादसे ने राष्ट्राध्यक्षों की भी जान ली है. इसमें चिली के पूर्व राष्ट्रपति का भी नाम शामिल है.  मिगुएल जुआन सेबेस्टियन पिनेरा इचेनिक चिली के एक व्यापारी और राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने 2010 से 2014 तक और फिर 2018 से 2022 तक चिली के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया.

6 फरवरी 2024 को चिली के समय के मुताबिक दोपहर के पौने तीन बज रहे थे. पिनेरा उस वक्त खुद हेलिकॉप्टर उड़ा रहे थे. तभी बारिश का मौसम बन गया. इलाके में तेज तूफान था. इसी मौसम में पिनेरा का हेलिकॉप्टर एक झील में दुर्घटनाग्रस्त हो गए. रिपोर्ट के अनुसार वो दुर्घटना में तो बच गए लेकिन टक्कर की वजह से बेहोश हो गए और अपना सेफ्टी बेल्ट नहीं निकाल सके. इस वजह से झील में डूबकर उनकी मौत हो गई.

केन्या के आर्मी चीफ का हेलिकॉप्टर क्रैश

हवाई हादसों में इसी साल एक और नाम जुड़ा केन्या के आर्मी चीफ का. 8 अप्रैल 2024 को केन्या के आर्मी चीफ जनरल फ्रांसिस ओमोंडी ओगोला का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया. उनके साथ 9 और सैन्य अधिकारियों की भी मौत हो गई. ओगोला का हेलीकॉप्टर चेसेगॉन गांव से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जहां वह और उनका दल केन्याई सैनिकों और अन्य स्थलों को देखने के लिए एक स्कूल का दौरा कर रहे थे.

ओगोला अमेरिका में बने बेल हेलिकॉप्टर पर सवार थे. इस हेलिकॉप्टर को अमेरिकी सेना ने 1950 के दशक में विकसित किया था और वियतनाम युद्ध के दौरान इसका इस्तेमाल कर रही थी. बता दें कि ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत भी बेल हेलिकॉप्टर में ही हुई है. लेकिन इसका मॉडल अलग है.

इसके अलावा भारत की कई जानी-मानी हस्तियां भी हेलिकॉप्टर हादसे में अपना जान गंवा चुकी हैं. इनमें आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी, अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम दोरजी खांडू, कांग्रेस नेता माधव राव सिंधिया, लोकसभा के पूर्व स्पीकर जीएमसी बालयोगी और  उद्योगपति ओपी जिंदल शामिल हैं.

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